पंजाब में बड़ी कार्रवाई: अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के खिलाफ मोहाली में FIR दर्ज; गुपचुप तरीके से लिया गया एक्शन

पंजाब में बड़ी कार्रवाई: अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के खिलाफ मोहाली में FIR दर्ज; गुपचुप तरीके से लिया गया एक्शन

[ad_1]

चंडीगढ़14 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
पंजाब में बड़ी कार्रवाई: अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के खिलाफ मोहाली में FIR दर्ज; गुपचुप तरीके से लिया गया एक्शन

बिक्रम मजीठिया

पंजाब की सियासत में नया धमाका हो गया है। पंजाब की कांग्रेस सरकार ने आधी रात को अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। यह केस मोहाली में ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (BOI) के पुलिस थाने में दर्ज किया गया है। मजीठिया के खिलाफ ड्रग्स केस को लेकर लगातार आरोप लगाए जा रहे थे।

खासकर, पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू दावा कर रहे थे कि स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की रिपोर्ट में मजीठिया का नाम है। सिद्धू लगातार मजीठिया पर कार्रवाई की बात कह रहे थे। इसी वजह से 4 दिन पहले इकबालप्रीत सहोता को हटाकर पंजाब सरकार ने सिद्धार्थ चट्‌टोपाध्याय को कार्यकारी डीजीपी लगा दिया था।

हाईकोर्ट ने कहा था- हमारी कोई रोक नहीं तो कार्रवाई क्यों नहीं की?

इस मामले में हाईकोर्ट में जमा सीलबंद STF रिपोर्ट को लेकर खासी सियासत होती रही है। खासकर, कांग्रेस के भीतर इसको लेकर सिद्धू और चन्नी सरकार की जंग चल रही थी। इसके बाद सिद्धू के दबाव में पहले एडवोकेट जनरल को बदला गया। एपीएस देयोल को हटा एजी बने डीएस पटवालिया ने हाईकोर्ट में कहा कि एसटीएफ रिपोर्ट को खोलने पर कोई रोक नहीं है। जिसके बाद हाईकोर्ट ने सरकार को फटकार लगाई कि फिर उन्होंने अभी तक इस पर कार्रवाई क्यों नहीं की। इसलिए अब सरकार पूरी तरह हरकत में आ रही है।

अफसर छुट्‌टी पर गए तो हुआ विवाद

पंजाब में कुछ दिन पहले ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन के अफसरों के लगातार छुट्‌टी पर जाने को लेकर सवाल उठते रहे। हाल ही में यह मामला तब सुर्खियों में आया, जब ADGP एसके अस्थाना अचानक मेडिकल लीव पर चले गए। इसको लेकर बवाल हुआ तो वह अस्पताल में एडमिट हो गए। जिसके बाद उनके डीजीपी को लिखे पत्र के कुछ अंश भी लीक हुए। जिसमें उन्होंने कहा था कि मजीठिया पर इस तरह कार्रवाई नहीं की जा सकती।

वल्टोहा ने कहा – 4 ADGP ने इन्कार किया

अकाली दल के नेता विरसा सिंह वल्टोहा ने कहा कि मजीठिया को जानबूझ कर फंसाया जा रहा है। चन्नी सरकार के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए यह नया विवाद खड़ा किया जा रहा है। ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन के 4 एडीजीपी ने इससे मना कर दिया था। इसके बाद चन्नी सरकार ने डीजीपी बदला और अब यह कार्रवाई की गई है।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link

Published By:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *