बच्चो को टीका लगवाए या नहीं ?

बच्चो को टीका लगवाए या नहीं ?

बच्चों को टीका लगवाए या नहीं

बच्चे प्यारे होते है, दुलारे होते है, भगवान के रूप में अंश हमारे होते है।
उनकी सुरक्षा करना काम है हमारा, वो छोटे होते है, और बेचारे होते है।।

लोग मेहनत करते है परिवार बनाते और पूरे परवर में खुशिया आती है बच्चे से, जी हाँ  एक उम्र के बाद  जब परिवार में कोई बच्चा आ जाता है तो सब के जीवन में ख़ुशी का वही कारण बन जाता अर्थात हर कोई अपने बच्चे से बहुत प्यार करता है |

कोरोना की लहर चली बहुत लोगो ने अपने परिवारीजनो को खोया ज्यादातर घरो में कोरोना या कोरोना के डर ने दस्तक दी, कोरोना है या था या आगे भी रहेगा क्युकी वो लोग अभी भी है जो कोरोना बता रहे है |

कोरोना एक मुद्दा है लेकिन हम यहाँ पर बात करेगे कोरोना के टीके की खुछ समझदार लोगो ने डराया खूब की कोरोना की लहार आएगी और बच्चो को अपनी चपेट में लेगी।

इस खबर को सुनकर सायद ही कोई परिवार ऐसा होगए जो सिहर  न गया हो , क्युकि कोरोना आये या ना आये लेकिन जब ये लोग  कह देते है तो डर तो लग ही जाता है |

अब बात बच्चो को टीका लगाने की चल रही है  बुजुर्ग और वयस्क लगभग 60 प्रतिशत लोगो को लगाया जाचुका, इसके साइडइफेक्ट भी दिखने लगे है |

ऐसे में बच्चो को यह टीका लगाने की क्या जल्दी, अमेरिका ने तो यह जल्दी कर भी दी है, अमेरिका में बच्चों को टीका लगाने की इजाजत देदी ऐसे होड़ तो चल ही रही है हर बात की तो भारत देश में भी यह चर्चा होने लगी है की बच्चो को टीका लगाया जाए
अब बात आती है बच्चो को टीका क्यों लगे कोरोना से बचने के लिए या फिर इम्युनिटी बढ़ाने  के लिए |ये सोच आप की है की बच्चो टीका लगवाना है या नहीं क्योंकी आँख के तारे आपके है

चलिए कुछ मिलकर विचार करते है

1 – मॉडिलिटी रेट
डाटा कहता है इस कोरोना काल में लगभग 10 लाख बच्चो को कोरोना होने पर सिर्फ  2  मौत हुई अर्थात मॉडिलिटी रेट बहुत ज्याद कम है आप इसे न के सामान भी कह सकते है तो ऐसे में बच्चो को टीका क्यों ?

2- बच्चों का इम्युनिटी सिस्टम :
सरकारी डाटा ये भी कहता है की बच्चों का इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होने की वजह कोरोना का ज्यादा असर नहीं होता तो टीका क्यों ?

3 – साइडइफेक्ट : टीके के भी  तो साइडइफेक्ट देखने के लिए भी मिलरहे है जिससे लोगो की मौत भी होरही है तो ऐसे में टीका क्यों ?

 4 – शरीर को पता चल गया : टीके बारे में बताया गया लगो को इस तरह का कोरोना वायरस होता है और शरीर को बताया गया टीका देकर की इस तरह का कोरोना वायरस होता है और तुम्हे इससे लड़ना है क्यों कोरोना के जन्मदाताओं का मानना था कि  यह नया है इसलिए  शरीर को बता दिया अब यह लड़ने की शक्ति तैयार कर लेगा, लेकिन अब तो कई लहर गुजर गई सबके शरीर को पता चल गया कि  इसे कैसे मारना है तो टीका क्यों ?

5 – एंटीबॉडीज बन चुके है :

सरकार का ही डेटा कहता है कि ज्यादातर लोग इसकी चपेट में जाने अन जाने में आचुके है और उनमे एंटीबॉडीज बन चुके है जो टीके की एंटीबॉडीज से 16  गुना ज्यादा  ताकतवर है फिर टीका क्यों ?

 5- न्यूटन का लौ : न्यूटन का लौ है की क्रिया के पीछे प्रतिक्रिया भी होती है अर्थात टीके का यदि कोई इफ्फेक्ट है तो उसका साइडइफेक्ट भी जरूर होगा, और अभी टीका लगे ज्यादा टाइम नहीं हुआ है इसके साइडइफेक्ट भी दिखने लगे है।  जब शरीर खुद से इम्युनिटी पैदा कर रहा है तो टीका क्यों ?

6 –सिरोलोजी के आंकड़े: सिरोलोजी के आंकड़े भी कहते है की बच्चो में इम्युनिटी आचुकी है बच्चो में कोरोना का खतरा नहीं है क्यों की लगभग 90  प्रतिशत बच्चे इम्मूयन होचुके है फिर टीका क्यों  ?

अर्थात  डाटा के अनुसार कोरोना का खतरा बच्चो को ज्यादा नहीं है फिर भी हम आपसे बिलकुल नहीं कह रहे की टीका ले या ना ले।

अब इसका दूसरा पहलू भी देख लेते है कि

 यदि टीका लगेगा  तो क्या होगा ?

तो इसके आंकड़े भी जांनना जरूरी है आंकड़े कहते है की वैक्सीन से एडवर्स इवेंट हो रहे है उससे भी लोग मर रहे है कितने ?
ये भी आपके लिए जानना जरूरी है जी डाटा कहता है की 10 लाख में टीका लगाने से लगभग ऐवरेज 15 लोग मर रहे है अर्थात न लगाने से मर रहे है 2 और लगाने से मर रहे है 15 |

तो सोचना आपने है किया आपको क्या करना है  ये कहना सिर्फ मेरा नहीं है ये मानना है  डॉ संजय रॉय का भी जो AIMS जैसे हॉस्पिटल में  वैक्सीन इन्वेस्टिगेटर का काम कर रहे है।
अब कुछ महान लोग बात करेंगे नए वैरिएंट की,कि नया  वैरिएंट आएगा तो क्या होगा ? तो इसके एक्सपर्ट का  मानना है  कि कुदरत की इम्युनिटी ज्यादा कामगार है इनसे लड़ने में वैक्सीन के मुकाबले |

अगर आप कहते है कुदरत की इम्युनिटी कैसी पता लगेगी तो इसके लिए भी इम्युनिटी टेस्ट बने है करलो |

बस जो भी करना है इन सब बातो को ध्यान में रखते हुए करना, क्युकी बच्चे अपने मन से टीका नहीं लेरहे उन्हें टीका दिलाने और न दिलाने के जिम्मेबार आप है क्युकी बच्चे आपकी ख़ुशी है आपकी जान है आप अपने ऊपर परेशानी ले सकते है पर सायद ही कोई माँ बाप ऐसे होंगे जो बच्चो को परेशान होते देखना चाहेंगे।

सारा डर का खेल होता है खुछ बड़े लोग जब डराते है, तो डर लगना लाजमी है लेकिन ऐसे में समझदारी न दिखाना बहुत बेबकूफी है।

मेरा काम था आपको जानकारी देना इसकी, आपका काम है इसपर विचार करना, सिर्फ बड़े बड़े डॉक्टर और बड़े लोगो की ही न सुने अपना भी दिमाग प्रयोग करे जीवन और बच्चे आपके है।

किसी को आपके मरने और जीने से कोई फर्क नहीं पड़ता

 

 Rajesh Arya

(Career Counsellor and Motivational Speaker)

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